Skip to main content

Posts

Corona Update 2022

  ü   कोरोना की पहली नेजल वैक्सीन को मंजूरी देने के चार दिन बाद केंद्र सरकार ने इसकी कीमत तय कर दी है। भारत बायोटेक की यह वैक्सीन सरकारी अस्पतालों में 325 रुपए में लगवाई जा सकेगी। वहीं प्राइवेट अस्पतालों में इसके लिए 800 रुपए चुकाने होंगे। यह वैक्सीन जनवरी के आखिरी हफ्ते से उपलब्ध हो जाएगी।  ü   केंद्र ने दुनिया की पहली नेजल कोरोना वैक्सीन को 23 दिसंबर को मंजूरी दी थी। कोवैक्सिन बनाने वाली हैदराबाद की भारत बायोटेक ने इसे वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन ( WUSM) के साथ मिलकर बनाया है। नाक से ली जाने वाली इस वैक्सीन को बूस्टर डोज के तौर पर लगाया जा सकेगा। ü   नेजल वैक्सीन मौजूदा टीके से कैसे अलग है ü   इस समय भारत में लग रही वैक्सीन के दो डोज दिए जा रहे हैं। दूसरे डोज के 14 दिन बाद वैक्सीनेट व्यक्ति सेफ माना जाता है। ऐसे में नेजल वैक्सीन 14 दिन में ही असर दिखाने लगती है। ü   इफेक्टिव नेजल डोज न केवल कोरोना वायरस से बचाएगी , बल्कि बीमारी फैलने से भी रोकेगी। मरीज में माइल्ड लक्षण भी नजर नहीं आएंगे। वायरस भी शरीर के अन्य अंगों को नुकसान नहीं पहुंचा सकेगा। ü   यह सिंगल डोज वैक

tom cruise // Happy Karishmash Day

  सज गए चर्च , आज प्रार्थनाएं: आर्चबिशप का संदेश- क्रिसमस शांति और सद्भाव के संचार का शुभ संदेश देता है राजधानी में रोशनी से सभी चर्च जगमगा गए। क्रिसमस के उपलक्ष्य में प्रदेश भर के गिरजाघर सज गए हैं। बाजार में क्रिसमस ट्री , सेंटा क्लॉज ड्रेस और मुखौटों की खूब बिक्री हुई। इस दौरान सबसे ज्यादा बिक्री केक की रही। सुबह से लोग तैयार होकर गिरिजाघरों में प्रार्थनाएं करने पहुंचे। इस दिन सभी क्रिश्चियन अपने घरों व चर्च में प्रभु यीशु का जन्मोत्सव मनाया। भोपाल के आर्चबिशप डॉ. एएएस दुरईराज ने कोरोना के संभावित खतरे को देखते हुए सभी से त्योहार पर सावधानियां बरतने के लिए कहा है। उन्होंने सभी को क्रिसमस व नववर्ष की बधाई दी। आर्चबिशप ने क्रिसमस पर संदेश देते हुए कहा- प्रभु यीशु का जन्मोत्सव ‘ क्रिसमस पर्व ’ शांति और सद्भाव के संचार का शुभ संदेश देता है , जो पूरी मानवता को एकता , प्रेम और भाईचारे के संदेश से जोड़ता है। संत फ्रांसिस हमें क्रिसमस के दौरान पालन की जाने वाली विभिन्न परंपराओं से सादगी और पर्यावरण संरक्षण को सीखने के लिए आमंत्रित करते हैं। क्रिसमस का उल्लास हर धर्म , जाति और समुदाय में ध