सुक्खू होंगे हिमाचल के 15वें सीएम, अग्निहोत्री डिप्टी//वाह ईशान!//कोहली का कमाल//पेंशन //सिर्फ तीन मिनट पड़ गए भारी...ब्राजील
सुक्खू होंगे
हिमाचल के 15वें सीएम, अग्निहोत्री
डिप्टी
शिमला. कांग्रेस
नेता सुखविंदर सिंह सुक्खू हिमाचल प्रदेश के 15वें
मुख्यमंत्री होंगे। पिछली विधानसभा में विपक्ष के नेता रहे मुकेश अग्निहोत्री को
उप-मुख्यमंत्री बनाया जाएगा। शपथ ग्रहण समारोह रविवार को दोपहर 11
बजे होगा। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने शनिवार को
दोबारा हुई विधायक दल की बैठक में यह घोषणा की। इससे पहले प्रदेश कांग्रेस के
नेताओं में सीएम पद को लेकर खींचतान होती रही।
इससे पहले, राज्य के 40 कांग्रेस विधायकों ने शुक्रवार शाम को पार्टी के
पारंपरिक एक लाइन के प्रस्ताव को पारित किया, जिसमें
आलाकमान को निर्णय लेने के लिए अधिकृत किया गया था। शनिवार सुबह बताया गया कि
आलाकमान ने सुक्खू के नाम पर मोहर लगा दी है। पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह की
पत्नी प्रतिभा सिंह भी मुख्यमंत्री पद की रेस में शामिल थीं। यही वजह थी कि
शुक्रवार को हुई विधायक दल की बैठक में प्रतिभा सिंह और सुखविंदर सिंह के समर्थकों
के शक्ति प्रदर्शन के कारण किसी नाम की घोषणा नहीं हो सकी थी। सूत्रों ने बताया था
कि पर्यवेक्षकों ने सभी विधायकों से इस पद के लिए तीन नाम ले लिए थे।
हम मिलकर काम
करेंगे
मुकेश
अग्निहोत्री और मैं मिलकर काम करेंगे। मैंने 17 साल की उम्र में राजनीतिक
जीवन शुरू किया था। कांग्रेस पार्टी ने मेरे लिए जो किया है, उसे
मैं कभी नहीं भूल सकता। मैं सोनिया जी, राहुल जी, प्रियंका
जी और हिमाचल की जनता का शुक्रगुजार हूं। - सुखविदर सिंह सुक्खू, नवनिर्वाचित
सीएम
वकील हैं सुक्खू, पिता थे ड्राइवर
पेशे
से वकील सुखविंदर का जन्म 26 मार्च, 1964 को हमीरपुर जिले की नादौन
तहसील के सेरा गांव में हुआ। उनके पिता रसील सिंह हिमाचल पथ परिवहन निगम शिमला में
चालक थे, माता संसार देई गृहिणी हैं।
सुक्खू
चार भाई-बहनों में दूसरे नंबर पर हैं। उन्होंने शुरुआती दिनों में छोटा शिमला में
एक दूध काउंटर तक चलाया था। 1998 में उनकी शादी कमलेश ठाकुर
से हुई। इनकी दो बेटियां हैं।
सुक्खू
चार बार से विधायक हैं। 1980 के दशक के अंत में एनएसयूआइ की राज्य इकाई का
नेतृत्व कर चुके हैं।
राज्य
युवा कांग्रेस इकाई के अध्यक्ष भी रहे हैं। दो बार नगरपालिका चुनाव जीता।
वाह ईशान! वन-डे
का सबसे तेज दोहरा शतक बनाया
चटगांव. शनिवार
का दिन युवा भारतीय बल्लेबाज ईशान किशन के करियर में मील का पत्थर साबित हुआ।
भारतीय पारी की शुरुआत करने के लिए उतरे ईशान ने यहां मेजबान बांग्लादेश के खिलाफ
तीसरे और अंतिम वनडे मुकाबले में दोहरा शतक जड़कर नया कीर्तिमान रच दिया। ईशान ने 131 गेंदों
में 210 रन की तूफानी पारी खेली। करियर का 10वां
वनडे खेल रहे ईशान का यह पहला शतक है। वह एकदिवसीय मैचों में दोहरा शतक लगाने वाले
भारत के चौथे और दुनिया के सातवें बल्लेबाज बन गए। इस तूफानी पारी के दौरान ईशान
ने 24 चौके और 10 छक्के लगाए।
कोहली का कमाल : पोंटिंग को पीछे छोड़ा
तीन
नहीं, अब
चार साल में मिलेगी स्नातक ऑनर्स डिग्रीनए
मानदंड और क्रेडिट ढांचे की घोषणा हो सकती है कल
विकल्प चुन सकेंगे
विद्यार्थी
यूजीसी के चेयरमैन प्रो. एम
जगदीश कुमार ने कहा कि अंडर ग्रेजुएट कोर्स में दाखिला ले चुके या दूसरे, तीसरे
वर्ष में पढ़ाई कर रहे विद्यार्थी भी नए अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम को चुन पाएंगे।
एक वर्ष या 2 सेमेस्टर के कोर्स के बाद यूजी सर्टिफिकेट
मिलेगा। 2 वर्ष या 4 सेमेस्टर पूरा करने पर यूजी
डिप्लोमा मिलेगा। 3 वर्ष या 6 सेमेस्टर के बाद स्नातक
डिग्री और4 वर्ष में रिसर्च के साथ 8 सेमेस्टर
पूरा करने पर बैचरल ऑनर्स डिग्री दी जाएगी।
नई दिल्ली. विश्वविद्यालय
अनुदान आयोग (यूजीसी) ने स्नातक की ऑनर्स डिग्री के संबंध में अहम फैसला लिया है।
इसके तहत विद्यार्थी तीन के बजाय चार साल की पढ़ाई पूरी करने के बाद ही स्नातक
ऑनर्स की डिग्री हासिल कर पाएंगे। यूजीसी ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) की
सिफारिशों के तहत चार वर्षीय अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम (एफआईयूपी) के लिए नए मानदंड
और क्रेडिट ढांचे के मसौदे को तैयार किया है। इसकी घोषणा सोमवार को हो सकती है।
मसौदे के अनुसार, विद्यार्थी
शोध विशेषज्ञता हासिल करना चाहते हैं, तो उन्हें अपने चार साल के
पाठ्यक्रम में एक शोध परियोजना करनी होगी। इससे शोध विशेषज्ञता के साथ ऑनर्स की
डिग्री मिलेगी। फिलहाल विद्यार्थियों को तीन साल के स्नातक कार्यक्रमों को पूरा
करने के बाद ऑनर्स डिग्री मिलती है। मसौदे में कहा गया है कि विद्यार्थी 120 क्रेडिट
(अकादमिक घंटों की संख्या के जरिए माप) पूरा होने पर तीन साल में स्नातक डिग्री और
160 क्रेडिट पूरा होने पर चार साल में स्नातक
ऑनर्स की डिग्री प्राप्त करने में सक्षम होंगे।
पीएचडी के
नए नियम लागू, 4 साल यूजी
करने वाले विद्यार्थीं भी कर सकेंगे पीएचडी
उदयपुर. मोहनलाल
सुखाड़िया विश्वविद्यालय की एकेडमिक काउंसिल की बैठक शनिवार को कुलपति प्रोफेसर
आईवी त्रिवेदी की अध्यक्षता में हुई। यूजीसी द्वारा लागू किए गए पीएचडी के नए
नियमों को कुछ संशोधनों के बाद लागू किया गया। यूजी व पीजी के एक सेमेस्टर की
परीक्षाएं विभागीय स्तर पर आयोजित करने का निर्णय लिया गया। यूजीसी द्वारा लागू
किए गए पीएचडी के नए नियमों को संशोधन के साथ डीन पीजी स्टडीज प्रोफेसर नीरज शर्मा
ने पटल पर रखा, जिसे स्वीकृत कर लिया गया। नए प्रावधानों के
तहत अब प्रोफ़ेसर को 8, एसोसिएट प्रोफेसर को 6 तथा
असिस्टेंट प्रोफेसर को 4 पीएचडी स्कॉलर आवंटित किए जाएंगे। साथ ही
टीएसपी क्षेत्र के लिए पहले से चला आ रहा एक सुपर न्यूमैरिक सीट का प्रावधान यथावत
रखा गया है।
पेंशन के
लिए जवान बन गए बूढ़े युवतियां ‘कागज’ पर
बनी विधवा
सामाजिक सुरक्षा पेंशन
योजना की पोस्ट ऑडिट में चौंकाने वाला फर्जीवाड़ा सामने आया है। पेंशन के लिए
दस्तावेज में युवा स्वयं को बुजुर्ग तो युवतियां विधवा दर्शा रही हैं।
सरकार ने करौली समेत 33 जिलों
में इस तरह के 45 हजार 306 आवेदन निरस्त कर दिए हैं।
पेंशन के लिए दस्तावेज में हेराफेरी करने के मामले में करौली जिला पहले स्थान पर
है। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग ने अकेले करौली जिले में 6103 आवेदन
निरस्त किए हैं। यहां 27478 लोगों ने आवेदन किए थे।
इनमें से 12 हजार 343 की पोस्ट ऑडिट कराई गई तो 51.19 फीसदी
आवेदन फर्जी पाए गए। 5819 यानी 48.81 प्रतिशत आवेदन सही पाए गए।
शेष 421 आवेदन की पोस्ट ऑडिट की जा रही है।
दरअसल, सरकारी
खजाने को चपत लगाने के लिए किए गए फर्जीवाड़े से अब गरीब और असहाय वृद्धजनों को
मिलने वाली पेंशन योजना पर सवाल खड़े हो गए हैं। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता
विभाग के अनुसार प्रदेश में इस साल 10,10,771 ने पेंशन के लिए ऑनलाइन
आवेदन किया था। इनमें से 6,77,865 आवेदनों को तो पोर्टल पर
स्वीकार कर लिया गया। सरकारी नियमों में आड़े आ रहे 3,32,306 आवेदनों
की सरकार की ओर से पोस्ट ऑडिट कराई गई। इसमें सभी एसडीएम और पंचायत समितियों के
विकास अधिकारियों के जरिए दस्तावेज सत्यापन कराया गया तो फर्जीवाड़ा सामने आया।
जांच के बाद 45306 फर्जी आवेदनों को निरस्त कर
दिया गया।
भरण पोषणके लिए दीजाती है पेंशन
राज्य सरकार की
ओर से 55 वर्ष की आयु पूरी कर चुकी महिलाओं और 58 साल
से अधिक उम्र के पुरुषों के लिए वृद्धजन पेंशन दी जाती है। इसके अलावा 18 वर्ष
की उम्र की विधवा, परित्याक्ता, तलाकशुदा महिलाओं के लिए
एकल नारी एवं 22 प्रकार के निशक्तजनों के लिए विशेष योग्यजन
पेंशन योजना के तहत नियमानुसार पेंशन देय है। इसके लिए आधार और जनआधार कार्ड के
साथ आवेदन होता है तथा जांच के बाद पेंशन स्वीकृति मिलती है। अकेले करौली जिले में
2 लाख 12 हजार लोग पेंशन का लाभ ले
रहें हैं।
आवेदन में फर्जीवाड़ा...
दस्तावेज में काटछांट कर लोगों ने पेंशन के
लिए आवेदन कर दिया। अब पोस्ट ऑडिट में करौली जिले में 51.19 प्रतिशत
आवेदन निरस्त किए गए हैं। करौली इस मामले में नंबर एक पर है।कुलदीप सिंह, सहायक
निदेशक, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, करौली
. मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय की मेजबानी में अंतर
विश्वविद्यालय वेस्ट जोन बॉस्केटबॉल प्रतियोगिता 2022-23 का आगाज हुआ। मुख्य अतिथि
केंद्रीय विधि आयोग के स्थाई सदस्य प्रो. आनंद पालीवाल थे। अध्यक्षता कुलपति प्रो.
आई. वी. त्रिवेदी ने की।
पहला मैच गुजरात
यूनिवर्सिटी और उदयपुर के कृषि विश्वविद्यालय के बीच खेला गया। उद्घाटन मैच के साथ
चार अलग-अलग कोर्ट पर मैच शुरू हुए। इस टूर्नामेंट में वेस्ट जोन की कुल 94 विश्वविद्यालय
की टीमें भाग ले रही हैं। इन टीमों को चार अलग-अलग भागों में बांटा गया है। आयोजन
सचिव डॉ. भीमराज पटेल ने बताया कि मुकाबले 14 दिसम्बर तक चलेंगे।
रजिस्ट्रार और विश्वविद्यालय क्रीड़ा मण्डल के अध्यक्ष सीआर देवासी ने बताया कि
पहले दिन चारों पुल के 15-15 मैच होंगे। सोमवार से सैकंड
राउड होगा और दूसरे मैच होंगे। 13 व 14 दिसम्बर
को चारों पुल की विजेता टीमों के बीच लीग मैच होंगे। इन मैच के आधार पर रैंकिंग
होगी। इससे पहले मोहनलाल सुखाड़िया विश्वविद्यालय वर्ष 2017 में
वेस्ट जोन इंटर यूनिवर्सिटी बास्केटबॉल प्रतियोगिता कर चुका है। इसमें सुखाड़िया
विश्वविद्यालय की टीम ने गोल्ड मेडल जीता था। इससे पूर्व विश्वविद्यालय योग
केन्द्र की छात्राओं ने रिमझिम शर्मा के नेतृत्व में लोक नृत्य की प्रस्तुति दी।
पहले दिन एमपीयूएटी और जीजी यूनिवर्सिटी, गोधरा
के बीच उद्घाटन मैच खेला गया। इसमें एमपीयूएटी 57-5 से विजेता रही। मेजबान
सुखाड़िया यूनिवर्सिटी ने गोविंद गुरू ट्राईबल यूनिवर्सिटी, बांसवाड़ा
को 47-8 के अंतर से पराजित किया। इसमें कृष्णपाल
चुण्डावत 16 और राजेश् के 8 अंकों का योगदान प्रमुख रहा
हनुमानगढ़ जंक्शन की धान मंडी में है व्यापारी की दुकान
हनुमानगढ़. जंक्शन
की धान मंडी में शनिवार को दिनदहाड़े दो बदमाशों ने व्यापारी इंद्र हिसारिया की
दुकान पर फायरिंग की। दो बदमाशों ने लगभग 17 सेकंड तक
लगातार फायर किए। एक बदमाश बाइक को स्टार्ट करके खड़ा रहा। करीब तीस सेकंड में
फायरिंग की इस वारदात को अंजाम देकर तीनों बदमाश फरार हो गए। बाद में बदमाशों ने
व्यापारी को वॉयस मैसेज भेजकर दो करोड़ रुपए की फिरौती मांगी। फिरौती नहीं देने पर
अंजाम भुगताने की धमकी दी। इसी व्यापारी से लॉरेंस गैंग के नाम पर पिछले साल जनवरी
में भी दो करोड़ रुपए की फिरौती मांगी गई थी।
एसपी अजय सिंह ने बताया कि फायरिंग करने वालों की पहचान पुलिस ने
कर ली है। जल्द ही बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। डीएसपी रमेश माचरा का कहना
है कि व्यापारी इंद्र हिसारिया को धमकी देकर फिरौती मांगने के पुराने प्रकरण में
जेल में बंद आरोपियों से भी इस घटना के संबंध में पूछताछ की जाएगी ताकि कुछ सुराग
मिल सके। प्रमुख स्थलों पर लगे सीसीटीवी कैमरों, टोल
नाकों के कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। सीमावर्ती पंजाब एवं हरियाणा के पुलिस
थाना प्रभारियों एवं अधिकारियों को घटना की जानकारी देकर अलर्ट रहने को कहा है।
फिरौती
के लिए व्यापारी के मुनीम को किया था कॉल: पिछले
साल व्यापारी इन्द्र हिसारिया को उसके मुनीम के फोन पर वाट्सऐप कॉल करके दो करोड़
रुपए की फिरौती मांगी गई थी। साथ ही जान से मारने की धमकी दी गई थी। इस संबंध में 26
जनवरी 2021 को जंक्शन थाने में अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज
कराया गया था। इसके बाद पुलिस ने इस मामले में कुछ बदमाशों को गिरफ्तार भी किया
था।
पुलिस ने जारी किए सीसीटीवी फुटेज
दुकान
के बाहर काफी दूरी से फायरिंग करने से पुलिस यह मान रही है कि बदमाशों का मकसद
व्यापारी को डराना था। पुलिस ने दुकान व आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों में कैद घटना
की फुटेज जारी किए हैं ताकि अज्ञात हमलावरों की पहचान की जा सके। इनमें बदमाश
फायरिंग करते नजर आ रहे हैं।
दुकान
के बाहर लगे शीशे टूटे
फायरिंग
से दुकान के बाहर लगे शीशे टूट गए। धानमंडी के व्यापारियों ने शहर में बढ़ते अपराध
और बेखौफ होते अपराधियों को लेकर पुलिस के खिलाफ रोष जाहिर किया।
दोहा. शायद ही
किसी ने सोचा होगा कि इस बार खिताब की प्रबल दावेदार और दुनिया की नंबर एक टीम
ब्राजील का सफर फीफा विश्व कप 2022 के
क्वार्टरफाइनल में ही खत्म हो जाएगा। खास बात यह है कि ब्राजील को 2002
में चैंपियन बनने के बाद लगातार पांचवीं बार यूरोपीय टीम से हारकर
नॉकआउट से बाहर होना पड़ा है। ब्राजीली टीम को उस टीम के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में
हार झेलनी पड़ी, जिसके खिलाफ उसे पहले कभी शिकस्त नहीं मिली। इस मैच से पहले खेेले
गए चार मैचों में ब्राजील ने क्रोएशिया को तीन में हराया था और एक ड्रॉ खेला था।
सिर्फ तीन मिनट पड़ गए भारी
ब्राजील को सिर्फ
तीन मिनट भारी पड़ गए। निर्धारित समय में स्कोर गोलरहित रहा। इसके बाद,
अतिरिक्त समय में नेमार ने टीम को 1-0 की बढ़त
दिला दी। मैच समाप्त होने में जब सिर्फ तीन मिनट बचे थे,
तभी क्रोएशिया के ब्रूनो पेट्कोविच ने 117वें मिनट
में गोल कर ब्राजील को हैरान कर दिया और मैच का परिणाम पेनल्टी शूटआउट से निकला,
जहां क्रोएशियाई टीम ने बाजी 4-2 से मार
ली।
2002
साल
विपक्षी टीम चरण परिणाम
2006 फ्रांस क्वार्टरफाइनल 0-1 से हार
2010 नीदरलैंड्स क्वार्टरफाइनल 1-2 से हार
2014 जर्मनी सेमीफाइनल 1-7 से हार
2018 बेल्जियम क्वार्टरफाइनल 1-2 से हार
2022 क्रोएशिया क्वार्टरफाइनल 2-4 से हार
में विश्व चैंपियन बनने के बाद कभी फाइनल नहीं खेला
कासिमिरो
बोले, यह हार काफी दर्द देने वाली
मैच
हारने के बाद ब्राजील के खिलाड़ी भी काफी दुखी हैं। कई
खिलाड़ी तो मैदान पर ही रोने लगे। टीम के 30 वर्षीय
खिलाड़ी कासिमिरो ने कहा, यह हार दर्द देने वाली है। खासतौर पर तब,
जब आप एक गोल से आगे हों और आप एक सपना लेकर मैदान पर उतरे हों। इस
हार को शब्दों में व्यक्त कर पाना मुश्किल है।
प्रशंसक
निराश और गुस्से में...
ब्राजील की हार
पर प्रशंसक ना सिर्फ हैरान हैं बल्कि काफी गुस्से में भी हैं। एक प्रशंसक ने कहा,
हमने कभी इस नतीजे की उम्मीद नहीं की थी। टीम ने हमारी सभी
उम्मीदों पर पानी फेर दिया। एक गोल से बढ़त लेने के बावजूद यह हार दिल तोड़ने वाली
है
शर्मनाक: टेनिस में फिक्सिंग की सजाफ्रांस के दो खिलाड़ियों पर लगा आजीवन प्रतिबंध
पेरिस. फ्रांस
के दो टेनिस खिलाड़ियों को 2014 में कई मैच फिक्स करने का
दोषी पाए जाने के बाद आजीवन प्रतिबंधित कर दिया गया है। ये दोनों खिलाड़ी 29 वर्षीय
मिक लेसक्योर और 25 वर्षीय जूल्स ओकाला हैं। मिक विश्व रैंकिंग
में 487वें जबकि जूल्स 338वें
पायदान पर हैं। दोनों खिलाड़ियों के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय टेनिस इंटीग्रिटी एंजेसी
(आइटीआइए) ने आरोप लगाए थे। इसके बाद, फ्रांस और बेल्जियम की जांच
एजेंसियों ने इनके खिलाफ जांच की थी।
जुर्माना भी लगा
मिक को
आठ मामलों में जबकि जूल्स को सात मामलों में दोषी पाया गया। मिक पर 32.96 लाख
रुपए जबकि जूल्स पर 12.36 लाख रुपए का जुर्माना भी
लगाया गया है।
आइटीआइए ने कहा, इस
सजा के तहत दोनों ही खिलाड़ी गवर्निंग बॉडी ऑफ टेनिस द्वारा आयोजित किसी
टूर्नामेंट और किसी भी इवेंट में शिरकत नहीं कर पाएंगे।
फाइनल के लिए क्रोएशिया से भिड़ंत
अब
फाइनल में जगह बनाने के लिए
अर्जेंटीना का मुकाबला क्रोएशिया से होग। दोनों टीमों के बीच अब तक कुल पांच मैच
खेले गए हैं। इसमें से दोनों टीमों ने दो-दो मुकाबले जीते हैं और एक ड्रॉ खेला।
अर्जेंटीना टूर्नामेंट में बची एकमात्र साउथ अमरीकन टीम बची है
दोहा. अर्जेंटीना
ने शुक्रवार देर रात फीफा विश्व कप के क्वार्टरफाइनल में नीदरलैंड्स को रोमंचक
पेनल्टी शूटआउट में 4-3 से शिकस्त देकर सेमीफाइनल में अपनी जगह पक्की
कर ली है। अब कप्तान लियोनल मेसी के विश्व कप जीते के सपने के बीच अब सिर्फ दो
मैचों का सफर रह गया है। दो बार की पूर्व चैंपियन अर्जेंटीना ने आखिरी बार 1986 में
खिताब जीता था।
अमरीका ने दिया था सख्त जवाब...
अमरीका
के विदेश विभाग के प्रवक्ता ने बुधवार को ही रूसी नेता का जवाब देते हुए कहा था कि, परमाणु
हथियारों पर कोई भी हल्की बात बिल्कुल गैर-जिम्मेदाराना है। दशकों से गायब परमाणु
युद्ध का दु:स्वप्न प्रमुखता से वापस आ गया है, क्योंकि पुतिन ने फरवरी में
यूक्रेन में सेना भेज दी। इससे शीत युद्ध के बाद वैश्विक सुरक्षा को काफी नुकसान
पहुंचा है।
पुतिन
ने दावा किया कि संयुक्त राज्य अमेरिका की तुलना में रूस की क्रूज मिसाइल और
हाइपरसोनिक सिस्टम कहीं अधिक आधुनिक और कुशल हैं। बता दें इसके पहले बुधवार को, पुतिन
ने चेतावनी दी थी कि परमाणु तनाव बढ़ रहा है। हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा था कि
मॉस्को परमाणु हथियारों को तैनात करने वाला पहला देश नहीं होगा, लेकिन
साथ ही उन्होंने कहा कि, यदि हम किसी भी परिस्थिति में उनका उपयोग
करने वाले पहले नहीं हैं, तो हम उनका उपयोग करने वाले दूसरे भी नहीं
होंगे।
खतरा हुआ तो तबाही...
पुतिन ने
इसके पहले गुरुवार को भी कहा था कि अगर हमें नाटों देशों से खतरा हुआ तो हम तबाही
ला देंगे। रूस पर हमला करने वाले देश का हम नामों-निशान मिटा देंगे। पुतिन ने कहा
कि हाल में भर्ती हुए 150000 जवान यूक्रेन में तैनाती की
प्रतीक्षा कर रहे हैं।
जी-7 के प्राइस कैप पर पुतिन
सख्त
अमरीका सहित
जी-7 और यूरोपीय देशों द्वारा रूस के तेल पर 60 डॉलर
का प्राइस कैप लगाने के फैसले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बेहद सख्त
प्रतिक्रिया दी है। पुतिन ने कहा है कि प्राइस कैप थोपी गई तो रूस किसी भी देश को
तेल नहीं बेचेगा। इसके साथ ही रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने रूस के तेल के उत्पादन में
कटौती की भी चेतावनी दी है।