सेकंड ग्रेड एक्जाम में दूसरे दिन भी डमी कैंडिडेट पकड़ा:दोस्त मुकेश की जगह दिनेश विश्नोई दे रहा था पेपर, फोटो मैच नहीं होने पर दबोचा
DUMMY BOY |
दरअसल दूसरी पारी में एग्जाम कक्ष
में जब इनविजिलेटर द्वारा फोटो-पहचान पत्र का सख्ती से मिलान किया जा रहा था, तभी उसे खुद के पकड़े जाने का डर
लगने लगा। इसी दौरान फोटो मैच नहीं होने पर परीक्षक ने उसे पकड़ लिया और पुलिस के
हवाले कर दिया। सुखेर पुलिस आरोपी दिनेश से पूछताछ कर रही हैं। वहीं कल भी दो डमी
कैंडिडेट पकड़े गए थे।
दरअसल बुधवार को भी दूसरी पारी
में एग्जाम कक्ष में जब इनविजिलेटर द्वारा फोटो-पहचान पत्र का सख्ती से मिलान किया
जा रहा था,
तभी उसे
खुद के पकड़े जाने का डर लगने लगा। कड़ी चैकिंग देखकर वह पहले तो इन्विजीलेटर से
पूछकर पानी पीने बाहर गया। फिर 5 मिनट बाद
वापस टॉयलेट करने के लिए गया, तभी वहां से उसने दीवार कूदकर भागने का प्रयास किया। ऐसे में वहां मौजूद पुलिस
जवानों ने उसका पीछा करते दबोच लिया। दूसरा मामला विद्याभवन सीनियर सैकंडरी स्कूल
में पहली पारी का है। जहां मूल अभ्यर्थी प्रकाश चन्द्र लूर की जगह डमी अभ्यर्थी
बनकर नरेन्द्र सिंह एग्जाम देने पहुंचा। इन्विजीलेटर द्वारा प्रवेश पत्र, फोटो व पहचान पत्र जांच में यह
संदिग्ध नजर आया। फिर इसे इन्विजीलेटर और पुलिस द्वारा सच्चाई बताने के लिए दबाव
बनाया गया तो इसने सच बता दिया। मूलत: बाडमेर निवासी नरेन्द्र बीएससी के बाद यहां
एग्जाम की तैयारी कर रहा था।
आरटीओ
ने बनाए 3 लाख
प्रश्नों के नि:शुल्क मॉडल टेस्ट:रीट कोचिंग नहीं करने
वाले गरीब अभ्यर्थियों के लिए अनूठी पहल, खुद की वेबसाइट-ऐप
में किए अपलोड
करीब 3 लाख प्रश्नों के नि:शुल्क प्रैक्टिस सेट तैयार किए हैं। इसमें
जीके, मेंटल
एबिलिटी, मैथ, साइंस, आईटी, एजुकेशनल
साइकोलॉजी और सोशल साइंस अदि सब्जेक्ट हैं। जो हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं
मेंं ऑनलाइन उपलब्ध हैं। यह प्रश्न उन्होंने अपनी वेबसाइट wincompete.com और wincompete
aap ऐप अपलोड किए
हैं जहां कोई भी कैंडिडेट नि:शुल्क प्रेक्टिस कर सकता है।